Wednesday, 25 February 2015

Vegetarian food during pregnancy

प्रेग्नेंरसी के दौरान शाकाहारी आहार

गर्भावस्थां के दौरान महिलाएं पशु उत्पाद और अंडे के जरिए मल्टीविटामिन/खनिज जिन की जरूरत पूरी करती हैं। लेकिन, जो महिलाएं शाकहारी होती हैं, उनके लिए जरा मुश्किल होती है। शाकाहारी महिलाएं जो सभी पशु उत्पादों से बची रहती  है, को पोषक तत्वोंर के लिए 'विटामिन-बी12', 'कैल्शियम', 'जिंक' और 'विटामिन-डी' की आवश्यकता होती है। प्रेग्नें सी के दौरान शाकाहार भी मां और बच्चे को सभी जरूरी पोषक तत्त्वक मुहैया कराते हैं।
गर्भावस्था के दौरान शाकाहारी भोजन को बनाए रखने के लिए कई सकारात्मक पहलू हैं। उदाहरण के लिए प्रोटीन के शाकाहारी स्रोत किडनी के लिए आसान होते हैं। साथ ही एक शाकाहारी दांत क्षय रोकने में मदद करता हैं जोकि प्रेग्नेंहसी के दौरान एक आम समस्याज होती है। इसके अलावा, शाकाहारी भोजन, सामान्य रूप में, निम्न स्थितियों के खतरे को कम करता है: मोटापा, हाइप्रटेंशन, कब्ज, दिल की बीमारी, टाइप 2 मधुमेह, कैंसर.
गर्भावस्था

प्रेग्नेंदसी और शाकाहारी भोजन:
सभी गर्भवती महिलाओं को अतिरिक्त लोहा, कैल्शियम, फोलेट, (जो एक शाकाहारी के रूप में प्राप्त किया जा सकता है), जिंक, प्रोटीन के रूप में आवश्यक फैटी एसिड और 200 से 300 कैलोरी पूर्व गर्भावस्था से अधिक की आवश्यकता होती है। विशेष रूप से, शाकाहारी गर्भवती को निम्नलिखित उपभोग करना चाहिए।
1. अलग-अलग तरह के ढे़र सारे फल और सब्जियां, जिससे शरीर के लिए आवश्यक सभी विटामिन मिल सकें। इनमें मौजूद विटामिन और फाइबर अत्यंत लाभप्रद हैं।
2. स्टार्च (ब्रेड, अनाजों, चावल औऱ आलू) बड़ी मात्रा में लें। रिफाइंड और परिरक्षित खाद्य पदार्थों में विटामिन और फाइबर का क्षय हो जाता है। इसलिए इनकी जगह साबुत अनाज और घर का बना ताजा भोजन लें।
3. अपने आहार में पर्याप्त प्रोटीन लेने के लिए प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ लेने चाहिए। और जो महिला शाकाहारी है उनके प्रोटीन की कमी पूरी करने के लिए ब्राउन राइस, बीन्स, बीज, मूंगफली का मक्खन और सोया उत्पाद जैसे खाद्य पदार्थ शामिल हैं। डेयरी उत्पादों अपने विशेष आहार में शामिल करे, जो प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं और कैल्शियम का भी अच्छा स्रोत है।
4. अपने शरीर को गर्भावस्था के लिए तैयार करने और शिशु की वृद्धि के लिए लौह तत्वों की अत्यंत आवश्यकता होती है। स्त्रियों में एनीमिया अक्सर पाई जाने वाली समस्याओं में एक है और कई स्त्रियों में यह गर्भावस्था के दौरान पाया जाता है। इससे बचने के लिए लौह तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे-हरी पत्तेदार सब्जियां, अनाज और दालें अपने भोजन में प्रयोग करें।
5. अच्छी वसा जैसे-ओमेगा-3 की पर्याप्त मात्रा लें। यह नट, फ्लैक्स के बीज में मिलता है। शरीर के कार्यकलाप सुचारू रूप से चलाने के लिए वसा की कुछ मात्रा आवश्यक है।
6. फलों का ताजा रस पर्याप्त मात्रा में लें। फलों के ताजे रस को प्राथमिकता दें, इसमें अधिक पोषक तत्व होते हैं।

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