Monday, 16 March 2015

Sexual activity during pregnancy


गर्भावस्था के दौरान किसी भी स्त्री को खास देखभाल की जरूरत होती है, ऐसे में वह अपने पति से सेक्स संबंध बनाने से बचती हैं। क्या गर्भावस्था के दौरान सेक्स करना चाहिए या नहीं। क्या सेक्स संबंधों से होने वाले बच्चे को कोई हानि होती है। गर्भावस्था के दौरान सेक्स पोजीशन क्या होनी चाहिए। गर्भावस्था में सेक्स करते हुए शारीरिक स्फूर्ति आती है या नहीं। गर्भावस्था में सेक्स करते हुए क्या कुछ विशेष सावधानियां http://jkhealthworld.com/hindi/%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BEबरतनी पड़ती हैं। इन तमाम सवालों को लेकर वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और चिकित्सकों में आज भी मतभेद हैं। लेकिन गर्भावस्था के दौरान लंबे समय तक सेक्स संबंधों से दूरी बनाना पति-पत्नी के लिए मुश्किल भी होता है। इस पोस्ट में हम आप को बताने जा रहे है कि क्या गर्भावस्था में भी सेक्स करना चाहिए।
1.   गर्भावस्था के दौरान चिकित्सक अक्सर स्त्री को सेक्स संबंध से दूर रहने की सलाह देते हैं और गाइनकॉलजिस्ट इंटरकोर्स के लिए खासतौर पर मना कर देते हैं।
2.   लेकिन कुछ अध्ययनों से पाता चला है कि गर्भावस्था में भी सेक्स लाभदायक हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान इंटरकोर्स करने से इंटिमेसी की फिलिंग बढ़ जाता है।
3.   गर्भावस्था के दौरान स्त्री में शारीरिक और भावनात्मक दोनों तरह के बदलाव होते हैं। इस दौरान स्त्री जहां खुद को विशाल और बेचैनी से भरा महसूस करने लगती हैं वहीं पुरूषों को प्रेग्नेंट स्त्री बहुत कामुक और वांछनीय लगने लगती है।
4.   शोध में यह भी साबित हुआ है कि सेक्स और सेक्सुअलिटी दो बिल्कुल अलग-अलग चीजें हैं और स्त्रियां बिना सेक्सुसअल इंटरकोर्स के भी सेक्सुअलिटी को एक्सप्रेस कर सकती हैं। ऎसे में पति-पत्नी ओरल सेक्स करके भी एक दूसरे को प्यार-दुलार आदि से खुशियां दे सकते हैं, जो एक-दूजे को इस वक्त करीब रखने के लिए अहम साबित हो सकते है।  यानी सेक्स किए बिना भी सेक्स की अनुभूति दोनों एक-दूसरे को दे सकते हैं।
http://jkhealthworld.com/hindi/%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BE5.   आमतौर पर पत्नी के गर्भवती होने का पता चलते ही शुरू के दो महीने तक सेक्स करने से बचना चाहिए और गर्भावस्था के अन्तिम एक महीने में भी सेक्स से दूर रहने का प्रयास करें।
6.   गर्भावस्था के दौरान विशेष ध्यान रखना चाहिए कि पत्नी पर सेक्स के लिए दबाव नहीं डालें। गर्भ के समय पत्नी के साथ ऐसा कोई व्यवहार नहीं करें जिससे उसके मन-मस्तिष्क पर विपरीत प्रभाव पड़ें।
7.   सेक्स करने के लिए पति-पत्नीं को चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। ऐसे में वह कुछ अन्य सही सेक्स पोजीशन को अपना कर आप आराम से सेक्स कर सकते हैं, इससे महिला को भी परेशानी नहीं होगी।
8.   गर्भावस्था के दौरान जरूरी है कि महिला भी प्रसन्न हो मन से सेक्स करें अन्यनथा उसे मानसिक और शारीरिक दोनों ही तरह की हानि पहुंच सकती हैं।
9.   यह तो साबित हो चुका है कि गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने से पुरूष भी अपने होने वाले बच्चे के न सिर्फ अधिक करीब हो जाता है बल्कि वह पत्नी  के मानसिक रूप से और अधिक करीब आ जाता है।
10.  गर्भावस्था में सेक्स करने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन एक बात का हमेशा ध्यान रखें कि गर्भावस्था में चिकित्सक की सलाह और सावधानी रखें। क्योंकि गर्भावस्था में असावधानी से किया गया सेक्स आपके आने वाले बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है।

8 टिप्स जो हमेशा आप के रोमांस को बनाएं रखें


सेक्सुअल रिलेशनशिप मन और शरीर से जुडा हुआ एक खूबसूरत एहसास है और इसमें मन-शरीर दोनों का कंफर्ट लेवल काफी मायने रखता है। यदि रोमांस करते समय आप तनावग्रस्त या उदासी महसूस करती हैं, चाहे वो आपके फिगर को लकर ही क्यों न हो, ते इससे सेक्सुअल रिलेशन व उससे जुडी आनंद की अनुभूति भी प्रभावित होती है। आज के आधुनिकता इस दौर में हर कोई एक दूसरे से आगे निकालने की होड में है और अपने आंतरिक रिश्तों की अहमियत कोभूलते जा रहे हैं इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पड रहा है हमारे सेक्स जीवन पर। अब तो सेक्स क्रिया को पति पत्नी बोरियत समझने लगे हैं इन नुसखों को अपनाएं जो आपकी सेक्स लाइफ को पूरे रोमांस से भर देंगे।
http://jkhealthworld.com/hindi/सेक्स-थैरेपीबेहतर सेक्सुअल लाइफ के लिए जरूरी है कि तन के साथ-साथ आप मन से भी स्वस्थ और खुश रहें, इससे न केवल सेक्स के प्रति आपकी चाह बढेगी, बल्कि आपका सेक्सुअल रिलेशन भी आनंददायक होगा। इस बात को समझें कि सेक्स एकतरफा नहीं, बल्कि प्यार पाने और देने यानी दोनों ओर के आपसी लगाव से जुडा हुआ है।
पोजीशन वगैरह चेंज करके भी सेक्स से अच्छा आनंद मिल सकता है। इस बारे में भी दोनों खुलकर बात करें। सेक्स दोनों को शारीरिक ही नही मानसिक रूप से भी करीब लाता है। इस जुडाव से दांपत्य जीवन मजबूत होता है। रतिक्रिया सेक्स को कभी भी काम की तरह या खाना खाने की भांति न निपटाएं। भूख लगी है तो खाना खाना ही है। काम की तरह निपटाने से जल्द ही इससे ऊब जाएंगे।
बच्चों के जन्म के बाद पत्नी को सेक्स में पहले जैसी रूचि नहीं रह जाती। जबकि अध्ययन तो बताते हैं कि बच्चों के जन्म के बाद क्लाइमेक्स चरमोत्कर्ष की तीव्रता बढ जाती है। निम्न बातों पर गौर करें तो पाएंगे कि अध्ययन ही सही हैं। हम आपको बता रहे छोटेछोटे मंत्र जिनको आजमाकर आपका सेक्स जीवन लंबे समय तक सुरक्षित रह सकता है और शादी के कई वषों बाद भी इसका आनंद उठाते रहेंगे।
नहाते समय करें रोमांस सप्ताह में कितनी बार सेक्स किया आदि बातों पर ध्यान न देते हुए यह ध्यान रखें जब भी करें इसे पूरी तरह से एंज्वॉय करें तो आप पाएंगे कि इसमें संख्या का विशेष महत्व नहीं है। सप्ताह में 4 बार से ज्यादा मजा आपको 2 बार में भी आ सकता है। यदि पति-पत्नी दोनों कामकाजी हैं। समयाभाव और थकान के कारण सेक्स लाइफ खत्म जैसी हो जाती है। ऎसे में बेहतर होता है कि सुबह उठकर फ्रेश मूड में सेक्स का आनंद उठाएं। या मौका मिलने पर साथ नहाने भी जा सकते हैं।

बेहतर सेक्स के लिए तनावमुक्त होना बहुत जरूरी है। इससे आप बहुत आरामदायक फील करेंगे। कम से कम इस समय अपनी सारी चिंताओं, समस्याओं को एक तरफ रख दें। सभी कुछ भूलकर बस एक-दूसरे में खो जाएं। तनाव के समाधान के लिए आपके पास इसके अतिरिक्त भी ढेर सा समय है। सावधानी रखने वाली सबसे जरूरी बात कि किसी भी हालत में नशे का सहारा न लें। सिगरेट या शराब में अपने को डुबोते हैं तो मान कर चलें आप अपना और नुकसान ही कर रहे हैं। नशे की लत से आपको इन समस्याओं से छुटकारा तो नहीं मिलेगा उलट ये बढ जाएंगी।
बाजार में आ रही सेक्स दवाओं आदि का अंधभक्त होकर उपयोग न करें। विज्ञापन आदि से भ्रमित होकर ऎसा लग सकता है कि इनके बिना कुछ कमी सी है, लेकिन प्राकृतिक रूप से भी आप इसका आनंद उठा सकते हैं। मैगजीन्स आदि में प्रकाशित सेक्स से संबंधित आर्टिकल्स या इमेजेस, सीडी आदि का सहारा ले सकते हैं।
सेक्स में आप क्या चाहती हैं, आपको क्या अच्छा लगता है, इस बारे में जीवनसाथी से खुलकर बात करें। एक-दूसरे के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं। टहलने के लिए हो सके तो प्रतिदिन आसपास ही कहीं जाएं या टेरेस पर चहलकदमी करें। साल या डेढ साल में शहर से बाहर घूमने जरूर जाएं। यह ब्रेक आपको तरोताजा रखता है। यह आम समस्या है कि आदमी कहता रहता है समय नहीं है, लेकिन इन चीजों के लिए यदि समय नहीं निकालेंगे तो जीवन का नीरस लगना स्वाभाविक है।
शरीर का बेडौल होना या शेप में न होना कई बार महिलाओं में हीनता की भावना भर देता है। याद रखें शादी और बच्चों के बाद अब आप इस स्तर पर आ गए हैं जहां शायद इन चीजों का इतना महत्व नहीं रह जाता। ईश्वर द्वारा बनाए गए इस अनमोल शरीर में रंग, रूप, आकार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि आप संतुलित खानपान और व्यायाम का बिल्कुल भी ध्यान न रखें।

Ayurvedic home remedy for obesity

वजनघटाने के घरेलू नुस्‍खे

आज मोटापा एक आम समस्य बन गया है। हर किसी की चाहत होती है कि वे पतला और फिट दिखें। ऐसे में वजन कम करने के लिए पता नहीं क्या-क्या करते हैं, कोई जिम जाता है, तो कोई डाइटिंग करता हैं, तो दवाएं खाता है।
लेकिन यदि आप सही मायने में अपना वज़न कम करना चाहते हैं, तो आपको उसके लिए कुछ कारगार नुस्खें अपनाने की जरूरत है। कुछ घरेलू नुस्‍खें भी है जिनको अपनाकर आप अपना वज़न कम कर सकते है। आइये ऐसे ही कुछ घरेलू नुस्‍खों के बारे मे हम आपको बताये-
गोभी की सब्जी़ या उसके सूप को अपने भोजन में शामिल कर लें, इससे वज़न कम होता है क्‍योकि इस सब्जी़ में कैलोरी बिलकुल नहीं होती।
हरे सलाद से वज़न कम 
टमाटर और पुदीने की पत्ती युक्त सलाद खाने से शरीर में वसा की मात्रा कम होती है।
पानी से मोटापे पर नियंत्रण
शरीर को अपने कार्य को ठीक प्रकार से करने के लिए खूब पानी की जरूरत होती है। इससे आपका शरीर भी ठीक रहता है और पानी पीने से मोटापे पर भी नियंत्रण रखता है।
गरम पानी से मोटापे पर नियंत्रण
हर बार खाना खाने के बाद गरम पानी पीयें। इससे पाचन तंत्र ठीक प्रकार से काम करता है और शरीर मै मौजूद अतिरिक्त वज़न कम होता है।
हरी चाय या अदरक की चाय पीने से मोटापा नियंत्रित
हरी चाय या अदरक की चाय पीने से मोटापा नियंत्रित होता है। इसलिए दिन में एक बार हरी चाय या अदरक की चाय ज़रूर पीयें।
http://jkhealthworld.com/hindi/गर्भावस्थाटमाटर से मोटापा नियंत्रित
सुबह एक टमाटर खाने से कालेस्ट्राल का लेवल ठीक रहता है और शरीर में मौजूद वसा भी कम होती है।
गडूची से वसा नियंत्रित
मोटापे को नियंत्रित करने के लिए गडूची एक प्रभावित तरीका है। इससे शरीर मे मौजूद वसा कम होती है।
एलोवेरा खाकर वज़न नियंत्रित
एलोवेरा के पत्तों के सेवन से वज़न नियंत्रित होता है। इसलिए एलोवेरा का सेवन रोज़ करना चाहिए।
सेब साइडर सिरके से वज़न नियंत्रित
सेब साइडर सिरके के सेवन से वज़न नियंत्रित होता है।

सफेदबालों से कैसे पाए निजात

सफेदबालों से कैसे पाए निजात

आजकल बालों का सफेद होना आम समस्या बन गया है। आज के भागदौड़ भरी जिंदगी में बालों की ठीक से देखभाल नहीं हो पाती जिसकी वजह से समय से पहले बाल सफेद हो की समस्या से लोग परेशान हैं।
वैसे तो बाल कई कारणों से सफेद हो सकते हैं जैसे- तनाव, प्रदूषण कोई बीमारी या‍ फिर अनुवांशिकता। ऐसे में बालों को कलर करना इस समस्या का उपचार नहीं हैं लेकिन आप कुछ घरेलू उपचार द्वारा अपने बालों को सफेद
http://jkhealthworld.com/hindi/गर्भावस्था
होने से रोक सकते हैं। आइए हम आपको बताते है कुछ ऐसे ही सिंपल घरेलू उपचार जिन्हे आजमा कर आप अपने सफेद बालों को काला बना पाएंगे।
एक कटोरी मेहंदी पाउडर  लें, इसमें दो बड़े चम्मच चाय का पानी, दो चम्मच आंवला पावडर, शिकाकाई व रीठा पावडर, एक चम्मच नीबू का रस, दो चम्मच दही, एक अंडा (जो अंडा न लेना चाहें वे न लें), आधा चम्मच नारियल तेल व थोड़ा-सा कत्था। यह सब चीजें लोहे की कड़ाही में डालकर पेस्ट बनाकर रात को भिगो दें। सुबह बालों में लगाए। दो घंटे बाद धो लें। इससे बाल काले होंगे, बिना किसी नुकसान के।
सफेद बालों की रोकथाम के लिए जब भी घरेलू उपचार की बात होती है तो आंवला के महत्व को नजरअंदाज नहीं किया जाता है। आंवला खाने के अलावा, आंवले के पाउडर में नींबू मिलाकर नियमित रूप से लगाने से भी लाभ मिलता है। शैंपू के बाद आंवला पाउडर पानी में घोलकर लगाने से बालों की कंडीशनिंग तो होती ही है, साथ ही इनका रंग भी बरकरार रहता है।
  • भृंगराज और अश्वगंधा की जड़ें बालों के लिए वरदान मानी जाती हैं। इनका पेस्ट नारियल के तेल के साथ बालों की जड़ों में लगाएं और 1 घंटे बाद गुनगुने पानी से अच्छीं तरह से बाल धो लें। इससे बालों की कंडीशनिंग भी होगी और बाल काले भी होंगे।
  • कुछ दिनों तक, नहाने से पहले रोज सिर में प्याज का पेस्ट लगाएं। बाल सफेद से काले होने लगेंगे।
  • तिल खाएं और  तिल का प्रयोग बालों को काला करने में बहुत मदद करता है।
  • आधा कप दही में चुटकी भर काली मिर्च और चम्मच भर नींबू रस मिलाकर बालों में लगाएं। बेसन और दही के घोल से बालों को धोएं। बाल सफेद से काले होने लगेंगे।
  • प्रतिदिन शुद्ध घी से सिर की मालिश करके भी बालों के सफेद होने की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
  • आमलकी रसायन आधा चम्मच प्रतिदिन सेवन करने से बाल प्राकृतिक रूप से जड़ से काले हो जाते हैं।
  • इन सब उपायों को अपनाकर आप अपने सफेद होते बालों को रोक सकते है और कुछ हद तक उन्हें  काला भी कर सकते है।