Wednesday, 4 March 2015

10 important tips for healthy pregnancy

स्‍वस्‍थ गर्भावस्‍था के लिए 10 जरूरी टिप्‍स
अगर गर्भावस्था में मां स्‍वस्‍थ रहेगी तो बच्‍चा भी स्‍वस्‍थ होगा। मां के स्‍वास्‍थ्‍य पर ही होने वाले बच्‍चे का स्‍वास्‍थ्‍य निर्भर करता है। आतः गर्भधारण करने से पहले महिला को स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी सभी जानकारी प्राप्त कर लेना चाहिए। गर्भधारण करने से पहले सभी आवश्यक जांच जैसे - ब्‍लड प्रेशर, थायराइड, हीमोग्‍लोबिन, डायबिटीज आदि करा लेनी चाहिए। 
गर्भधारण की योजना करने से तीन महीने पहले फोलिक एसिड की
गर्भावस्था-की-योजनागोलियां खाना शुरू कर देना चाहिए। यदि आपका वजन अधिक हो तो उसे नियंत्रित करें, बाहर का खाना खाने से परहेज करें। अपने भोजन में दाल जारूर लें और डॉक्‍टर की सलाह पर आयरन की गोलियां लें। व्‍यायाम अवश्य करें इससे आपको बहुत लाभ होगा। गर्भधारण संबंधी महत्‍वपूर्ण 10 बातों का ध्यान रखें-
स्वस्थ गर्भधारण के लिए आवश्यक जानकारी-
1 –गर्भधारण का प्‍लान करने के दौरान सबसे पहले वजन पर ध्‍यान दीजिये। अगर आपका वजन ज्‍यादा है तो उसे नियंत्रित करें। मोटापे के कारण न केवल गर्भधारण करना कठिन हो जाता है बल्कि गर्भावस्था भी मुश्किलों  भरी हो सकती है। सामान्य भार वाली महिलाओं की अपेक्षा ज्‍यादा वजन वाली महिलाओं में जटिलताओं का खतरा ज्यादा रहता है।
2- यदि आपका शरीर फिट रहेगा तो होने वाला बेबी भी स्‍वस्‍थ होगा। इसलिए खुद को स्‍वस्‍थ और हेल्‍दी रखने के लिए नियमित रूप से व्‍यायाम कीजिए। गर्भधारण करने के बाद भी आप व्‍यायाम जारी रख सकती हैं।
3- खाने में कैलोरी की मात्रा बढा़ दीजिए, गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 300 अतिरिक्त कैलोरी की आवश्‍यकता होती है। लेकिन कैलोरी की जरूरतों को पूरा करने के लिए वसा और शर्करा युक्त भोजन बिलकुल न लें। अतिरिक्त कैलोरी का स्रोत शुद्ध प्रोटीन हो सकता है। इसके अलावा भोजन की स्‍वच्‍छता पर पूरा ध्‍यान दीजिए।

गर्भावस्था-की-योजना4- गर्भधारण की प्‍लानिंग करने से तीन महीने पहले फोलिक एसिड लेना शुरू कर दीजिए। फोलिक एसिड बच्चे की रीढ़ की हड्डी के विकास में सहायक होता है और तन्त्रिका नलिकाओं को स्वस्थ रखता है। इसके अलावा यह आपकी उंगलियों और बालों के स्वस्थ गर्भावस्‍था की प्‍लानिंग से पहले और गर्भवती होने के बाद नियमित रूप से चिकित्‍सक के संपर्क में रहिए, खाने में सारे पोषक तत्‍व लीजिए और आने वाले नये मेहमान के लिए तैयारियां कीजिए। फोलिक एसिड के लिए टेबलेट ले सकती हैं, इसके अलावा यह पालक, अण्डे, फलियों आदि में पाया जाता है।
5- विटामिन डी मां और बच्‍चे के लिए बहुत जरूरी है, इसके लिए पर्याप्त दूध पियें। इससे आपके और होने वाले बच्चे के दांत मजबूत होंगे। इसके अलावा कैल्शियम भी बहुत जरूरी है। विटामिन डी और कैल्शियम के अन्य स्रोत दही, पनीर, सूरज की रोशनी, मोटी मछलियां और अण्डे हैं।
गर्भावस्था-की-योजना6- यदि धूम्रपान और एल्‍कोहल की आदत है तो उसे बिलकुल छोड़ दीजिए। गर्भावस्था से पूर्व धूम्रपान करने से मां और बच्‍चे को कैंसर हो सकता है। धूम्रपान के अलावा शराब पीने से गर्भस्थ शिशु को फीटल ऐल्कोहल सिंड्रोम के कारण अपरिवर्तनीय हानि हो सकती है। इससे बच्‍चे का विकास रुक सकता है।
7- यदि आप चाय और कॉफी की शौकीन हैं तो इसे कम कीजए, कैफीन की मात्रा को सीमित कर दीजिए। कॉफी, चाय, कोला और ऊर्जा पेय हल्के उत्तोजक होते हैं। इनका ज्‍यादा सेवन करने से गर्भपात की आशंका बढ़ जाती है। इसके अलावा कैफीन की अधिक मात्रा से आपके होने वाले बच्चे का भार कम हो सकता है।
8- प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन गर्भावस्था के दौरान शरीर में पानी को रोक कर उसे फुलाता है। इस प्रक्रिया से प्राकृतिक रूप से लड़ने के लिये गर्भवती महिलाओं को ज्यादा पानी पीना चाहिये। ज्‍यादा पानी पीना शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
9- गर्भावस्‍था से पहले और गर्भधारण के बाद मां को भरपूर आराम करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को हर रात 6 से 8 घण्टे अवश्य सोना चाहिये। दिन में भी थोड़ा सोने पर थकावट से राहत मिलती है।
10 - स्‍वस्‍थ गर्भावस्‍था के लिए सकारात्‍मक सोच बहुत जरूरी है। बेबी सेंटर डॉट कॉम के अनुसार, हाल में हुए कई अध्‍ययनों में यह बात सामने आई है कि गर्भवस्‍था के दौरान मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य का असर बच्‍चे पर पड़ता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को सकारात्‍मक सोच रखना चाहिए।

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