पहली बार गर्भधारण करते समय रखें इन बातों का ख्याल-
पहली बार गर्भधारण के समय मन में कई प्रकार के विचार आते हैं जो आसपास के लोगों के द्वारा दी गई सलाह व अन्य कई सारी बातों के कारण काफी भ्रम पैदा करने वाली हो सकती है। इस लिए यहां हम आप को पहली बार गर्भधारण के लिए कुछ आवश्यक टिप्स देने जा रहें है जो पहली बार गर्भधारण के दौरान काफी लाभकर सिद्ध होगा-
पहली बार गर्भधारण के समय मन में कई प्रकार के विचार आते हैं जो आसपास के लोगों के द्वारा दी गई सलाह व अन्य कई सारी बातों के कारण काफी भ्रम पैदा करने वाली हो सकती है। इस लिए यहां हम आप को पहली बार गर्भधारण के लिए कुछ आवश्यक टिप्स देने जा रहें है जो पहली बार गर्भधारण के दौरान काफी लाभकर सिद्ध होगा-
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गर्भधारण से पहले शारीरिक कार्यो व खानपान से जुड़ी कुछ बातें को जानना आवश्याक ताकि मां एक तंदुरुस्त बच्चे को जन्म दे सकें अर्थात स्त्री स्वस्थ गर्भधारण कर सकें, अगर आप पहली बार गर्भधारण कर रही हैं तो इसके लिए यह बहुत जरूरी है कि आप स्त्री रोग विशेषज्ञ से नियमित सलाह लें ताकि आप किसी भी असामान्य परिस्थिति से बच सकें और आपको बच्चे को जन्म देते समय किसी प्रकार की परेशानी ना आये।
संतुलित आहार सूची-
गर्भावस्था के समय किस तरह का आहार लें इससे संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। आमतौर पर डाइट प्लान की योजना बॉडी मास इन्डेक्स पर आधारित होती है आहार सूची का पालन करना आपके गर्भधारण को सहज बनाता है।
पहली बार गर्भधारण के लिए ध्यान रखने योग्य बातें-
संतुलित आहार सूची-
गर्भावस्था के समय किस तरह का आहार लें इससे संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। आमतौर पर डाइट प्लान की योजना बॉडी मास इन्डेक्स पर आधारित होती है आहार सूची का पालन करना आपके गर्भधारण को सहज बनाता है।
पहली बार गर्भधारण के लिए ध्यान रखने योग्य बातें-
- गर्भधारण के दौरान उचित कैलोरी और पौष्टिक आहार लें। जैसे- अनाज, सब्जि़यां, फल, बिना चर्बी का मीट, कम वसा युक्त दूध।
- ऐसी स्थिति में आप ज्यादा मात्रा में फालिक एसिड, आयरन, कैल्सियम, विटामिन ए एवं बी-12 का सेवन करें।
- अपने आहार संबंधी सभी नियमों का पालन करें।
- साथ ही साथ गर्भधारण के दौरान आपके डाइट में आपके शरीर में पानी की खपत एवं उसके बहुआयामी उपयोगों जैसे टाक्सिंस एवं शरीर के तापमान को सामान्य बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण रखा गया है।
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गर्भावस्था की जांच |
शारीरिक कार्य-
- गर्भवास्था में किसी भी प्रकार की शारीरिक जोखिम भरे कार्य ना करें।
- सभी प्रकार के नियमों का पालन करना चाहिए।
- किसी भी प्रकार के शारीरिक व्यायाम या भारी बोझ उठाने से बचना चाहिए।
- खैर भारी कामों को छोड़ कर आप कुछ आम शारीरिक कार्य कर सकती हैं।
- अपने रोजमर्रा की शारीरिक गतिविधियों के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
धुम्रपान एवं शराब का प्रभाव-
- पहली बार गर्भधारण करने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ तैयार होने के बाद ही बच्चे के बारे में सोचें और जरूरी चेकअप अवश्य कराएं।
- गर्भधारण के दौरान धुम्रपान करना या शराब पीना आपके होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है इससे आपका बच्चा कमजोर पैदा हो सकता है। धुम्रपान एवं शराब की आदत गर्भपात की संभावना को भी बढ़ा देती है। इसी तरह शराब पीने वाली महिलाओं के लिए भ्रूण संबंधी अनियमित लक्षणों का विकास होता है।
नियमित डॉक्टरी जांच-
अगर बार मां बनने जा रही हैं तो ब्लडटेस्ट अवश्यब करा लें, क्योंकि अगर मां के खून में आरएच फैक्टार निगेटिव है और पिता का आरएच फैक्ट्र पॉजिटिव है तो ऐसे में बच्चेा को गर्भ में ही पीलिया होने की संभावना ज्यादा होती है।
गर्भधारण के नौ महिनों के दौरान महिलाएं बहुत तरह के बदलाव का अनुभव करती हैं। कुछ प्रमुख बदलाव जैसे योनि में खून आना, सुजन, सिरदर्द, गांठ, शरीर के तापमान का बढ़ना, उल्टी एवं अन्य समस्याएं, अगर यह समस्याएं लम्बे समय तक हो तो गाइनीकोलाजिस्ट को चेक करवाएं।
अगर बार मां बनने जा रही हैं तो ब्लडटेस्ट अवश्यब करा लें, क्योंकि अगर मां के खून में आरएच फैक्टार निगेटिव है और पिता का आरएच फैक्ट्र पॉजिटिव है तो ऐसे में बच्चेा को गर्भ में ही पीलिया होने की संभावना ज्यादा होती है।
गर्भधारण के नौ महिनों के दौरान महिलाएं बहुत तरह के बदलाव का अनुभव करती हैं। कुछ प्रमुख बदलाव जैसे योनि में खून आना, सुजन, सिरदर्द, गांठ, शरीर के तापमान का बढ़ना, उल्टी एवं अन्य समस्याएं, अगर यह समस्याएं लम्बे समय तक हो तो गाइनीकोलाजिस्ट को चेक करवाएं।
गर्भावस्था की योजना }o{ मनचाही संतान }o{ भ्रूण का विकास }o{ गर्भावस्था के लक्षण }o{ गर्भधारण के बाद सावधानियां }o{ गर्भावस्था में कामवासना }o{ गर्भावस्था के दौरान होने वाले अन्य बदलाव }o{ गर्भावस्था में स्त्री का वजन }o{ गर्भावस्था की प्रारिम्भक समस्या }o{ गर्भावस्था की तकलीफें और समाधान }o{ कुछ महत्वपूर्ण जांचे }o{ गर्भावस्था में भोजन }o{ गर्भावस्था में संतुलित भोजन }o{ गर्भावस्था में व्यायाम }o{ बच्चे का बढ़ना }o{ गर्भावस्था के अन्तिम भाग की समस्याएं }o{ प्रसव के लिए स्त्री को प्रेरित करना }o{ प्रसव प्रक्रिया में सावधानियां }o{ अचानक प्रसव होने की दशा में क्या करें }o{ समय से पहले बच्चे का जन्म }o{ प्रसव }o{ जन्म }o{ नवजात शिशु }o{ प्रसव के बाद स्त्रियों के शरीर में हमेशा के लिए बदलाव }o{ बच्चे के जन्म के बाद स्त्री के शरीर की समस्याएं }o{ स्त्रियों के शारीरिक अंगों की मालिश }o{ प्रसव के बाद व्यायाम }o{ नवजात शिशु का भोजन }o{ स्तनपान }o{ बच्चे को बोतल से दूध पिलाना }o{ शिशु के जीवन की क्रियाएं }o{ स्त्री और पुरुषों के लिए गर्भ से संबंधित औषधि }o{ परिवार नियोजन
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