Saturday, 28 February 2015

How to know your love

कैसे जानें कि वह आपसे प्यार करता है
जी हां प्यार में ऐसा अक्सर होता है। हम नहीं जान पाते कि कि हमारा पार्टनर हमें चाहता है या नहीं। शंका होती है कभी-कभी, कहीं वह टाइम पास तो नहीं कर रहा। न आप खुलकर पूछ पाते हैं, न कह पाते हैं- प्यार की बात। तब आप अपने प्रिय के हाव-भाव, उसकी अदाओं, उसके व्यवहार और बातों में संकेत ढूंढते हैं। ताकि आप अनुमान लगा सकें कि सामने वाला आपके इश्क की गिरफ्त में हैं या नहीं।
 गर्भावस्थाजयेश से ममता की मुलाकात को छह माह गुजर गए हैं। ममता को जयेश का साथ अच्छा लगता है। दोनों डेट पर भी तकरीबन हर सप्ताह ही जाते हैं। बावजूद इसके ममता को यह दुविधा सताए रहती है कि जयेश उससे प्यार करता है भी या नहीं? दरअसल, इस असमंजस में बहुत-सी लड़कियां फंसी रहती हैं।
खासकर इसलिए भी क्योंकि यह जानना कठिन होता है कि कोई आपसे वास्तव में प्यार कर रहा है या नहीं? यह ठीक है कि वह सुबह-शाम आई लव यू कह रहा है और आपकी पसंद के तोहफे भी दे रहा है, लेकिन इससे यह साबित नहीं हो जाता कि वह

आपसे प्यार भी कर रहा है।
प्यार महसूस करने की चीज है। अगर किसी के संग से प्यार का अहसास होता है, तो ही प्यार होता है। खैर, विशेषज्ञों ने कुछ ऐसे पैमाने निर्धारित किए हैं जिनके आधार पर यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि आपका ब्वॉयफ्रेंड/ पति/ लिव-इन पार्टनर आपसे प्यार करता है या नहीं? इनमें से कुछेक महत्वपूर्ण पैमाने इस तरह से हैं-
शनिवार की शाम है। आप जरूरी काम से दफ्तर में व्यस्त हैं। इसलिए आप फोन करके अपने साथी से कहती हैं कि आपको लौटने में देर हो जाएगी, वह कोई और कार्यक्रम बना सकता है या कहीं और जा सकता है। लेकिन वह इस बात पर जोर देता है कि वह घर पर ही आपका इंतजार करेगा, भले ही कितनी देर हो जाए और उसके बाद ही आपके साथ कोई कार्यक्रम की योजना बनाएगा। इसका अर्थ है कि वह आपसे प्यार करता है।

गर्भावस्था की योजना }o{ मनचाही संतान }o{ भ्रूण का विकास }o{ गर्भावस्था के लक्षण }o{ गर्भधारण के बाद सावधानियां }o{ गर्भावस्था में कामवासना }o{ गर्भावस्था के दौरान होने वाले अन्य बदलाव }o{ गर्भावस्था में स्त्री का वजन }o{ गर्भावस्था की प्रारिम्भक समस्या }o{ गर्भावस्था की तकलीफें और समाधान }o{ कुछ महत्वपूर्ण जांचे }o{ गर्भावस्था में भोजन }o{ गर्भावस्था में संतुलित भोजन }o{ गर्भावस्था में व्यायाम }o{ बच्चे का बढ़ना }o{ गर्भावस्था के अन्तिम भाग की समस्याएं }o{ प्रसव के लिए स्त्री को प्रेरित करना }o{ प्रसव प्रक्रिया में सावधानियां }o{ अचानक प्रसव होने की दशा में क्या करें }o{ समय से पहले बच्चे का जन्म }o{ प्रसव }o{ जन्म }o{ नवजात शिशु }o{ प्रसव के बाद स्त्रियों के शरीर में हमेशा के लिए बदलाव }o{ बच्चे के जन्म के बाद स्त्री के शरीर की समस्याएं }o{ स्त्रियों के शारीरिक अंगों की मालिश }o{ प्रसव के बाद व्यायाम }o{ नवजात शिशु का भोजन }o{ स्तनपान }o{ बच्चे को बोतल से दूध पिलाना }o{ शिशु के जीवन की क्रियाएं }o{ स्त्री और पुरुषों के लिए गर्भ से संबंधित औषधि }o{ परिवार नियोजन

42 week of pregnancy


 

Friday, 27 February 2015

आम बजट 2015-16

लाइव अपडेट-  

-इनकम टैक्स में कोई बदलाव नहीं
-रोजगार बढ़ाने के लिए कॉरपोरेट टैक्स दर को कम करने की योजना है
-कॉरपोरेट टैक्स दर को अगले चार साल में 30 फीसदी से घटाकर 25 फीसदी किया जाएगा
-रक्षा के लिए 2.46 लाख करोड़ रुपए
-कर्नाटक में आईआईटी और अरुणाचल में फिल्म इंस्टीट्यूट खोलेंगे
-आईएसएम धनबाद को आईआईटी का दर्जा देंगे
-नमामि गंगे योजना के लिए 4173 करोड़ रुपए आवंटित
-बिहार और पश्चिम बंगाल को आंध्र प्रदेश जैसी विशेष मदद दी जाएगी
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-जम्मू-कश्मीर, पंजाब ,तमिलनाडु, हिमाचल और असम में एम्स बनाएंगे
-बिहार में एम्स जैसे संस्थान बनाने का प्रस्ताव
-पीएम लक्ष्मी विद्या योजना में छात्रों को एजुकेशन लोन
-दीन दयाल उपाध्याय कौशल का दायरा बढ़ाया जाएगा
-राष्ट्रीय स्किल मिशन योजना की शुरुआत करेंगे
-वीजा ऑन एराइवल में 150 देशों को शामिल करेंगे
-25 वर्ल्ड हैरिटेज सेंटर बनाएंगे
-काला धन रोकने के लिए कैश ट्रांजैक्शन
-विदेश निवेश के नियम सरल और आसान बनाएंगे
-निर्भया कोष के लिए अतिरिक्त एक हजार करोड़ रुपये
-विदेशी सोने के सिक्के की जगह देसी सोने के सिक्कों का इस्तेमाल बढ़ाएंगे
-गोल्ड एकाउंट खोलने की योजना से बदले में ब्याज मिलेगा
-नकद लेन देन को कम कर डेबिट और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा
-डायरेक्ट टैक्स प्रणाली लागू करेंगे
-कर्मचारियों का ईपीएफ या पेंशन स्कीम चुनने का विकल्प दिया जाएगा
-सेबी और एफएमसी का विलय करेंगे
- अगले साल से सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होंगी
-फेमा नियमों में बदलाव का प्रस्ताव
-पावर प्रोजेक्ट में एक लाख रुपये का प्रस्ताव
-बाल विकास योजना में 1500 करोड़ रुपए बढ़ाएंगे
-मनरेगा में पांच हजोर करोड़ रुपए की राशि बढ़ेगी।
-रेलवे, सड़क और सिंचाई के लिए लाए जाएंगे इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड
-टैक्स फ्री इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड का ऐलान
 -अटल नवोन्मेष योजना के लिए 150 करोड़
-गरीबी रेखा से नीचे के लिए पीएम बीमा योजना लागू होगी
- बीपीएल बुजुर्गों के लिए पीएम बीमा योजना
-अल्पसंख्यक युवाओं की शिक्षा के लिए नई मंजिल योजना लागू करेंगे
-जनधन योजना में 60 साल बाद पेंशन का प्रावधान
-एक हजार लोग देंगे , एक हजार सरकार देगी
-60 साल के बाद मिलेगा पेंशन का पैसा
-अटल पेंशन योजना शुरू की जाएगी
-12 रुपये देकर 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा
-पीएम बीमा योजना के तहत हर नागरिक को देंगे बीमा कवर
-गांववालों को कर्ज देने के लिए पोस्ट ऑफिस का सहारा लिया जाएगा
-250000 रुपए कर्ज किसानों को कर्ज के रूप में नाबार्ड फंड से मिलेंगे
-छोटे उद्यमियों को आसानी से कर्ज मिलेगा
-मनरेगा के लिए 34600 करोड़ रुपये आवंटित
-15 हजार करोड़ रुपये आरईबी योजना में लागू
-5300 करोड़ रुपये पीएम सिंचाई योजना में लागू
-सब्सिडी उन्हें ही मिले जिन्हें इसकी वासत्वकि जरूरत हो
-उच्च आय वाले खुद एलपीजी पर सब्सिडी नहीं ले
-राजकोषीय अनुशासन को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती
-कुल राजस्व का 62 फीसदी हिस्सा राज्यों को मिलेगा
-सब्सिडी को युक्तिसंगत बनाएंगे
-सब्सिडी की जरूरत गरीबों के लिए
-गरीबों और पिछड़ों के लिए योजनाएं जारी रहेंगी
-आजादी के 75 साल होने के पहले सभी लक्ष्य हासिल होंगे
-सरकारी घाटे को काबू में रखना है
-हर पांच किलोमीटर के दायरे में एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल
-जीडीपी में घाटे पर कमी लाना सरकार की प्राथमिकता
-2020 तक सभी गावों को बिजली से जोड़ेंगे
-ग्रामीण भारत में 4 करोड़ से ज्यादा घरों का निर्माण करेंगे
-हर गांव में एक अस्पताल बनाने का लक्ष्य
-2022 तक गरीबी उन्मूलन का लक्ष्य
-20 हजार गांवों तक बिजली पहुंचाएंगे
-मेक इन इंडिया का लक्ष्य नए उद्योंगों की शुरुआत करना
-गांवों के विकास के लिए कृषि उत्पाद में वृद्धि
-युवाओं को मिलेगा रोजगार , नए रोजगार बढ़ेंगे
-युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट पर जोर
- 2022 तक सबके लिए घर हो
-सब्सिडी के लिए JAM का इस्तेमाल होगा
-2015-16 में आठ फीसदी विकास दर
- गरीबी को दूर करने के लिए बने योजना
- थोक महंगाई दर माइनस में है
- 6 करोड़ टॉयलटे बनाने का लक्ष्य
-निवेशकों को हमसे बहुत उम्मीद
- 10 फीसदी विकास दर को हासिल करना मुमकिन
- सरकार की मुख्य उपलब्धि महंगाई पर काबू पाना
- स्वच्छ भारत अभियान एक बड़ा आंदोलन
-तीसरी उपलब्धि स्वच्छ भारत अभियान
-सरकार की दूसरी उपलब्धि कोयला की पारदर्शी नीलामी
-पहली उपलब्धि जन धन योजना
-सरकार ने बनाया विकास का माहौल
-जीडीपी 7.4 फीसदी रहने का अनुमान है।
-हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 3.4 अरब डॉलर है।
- नई सरकार आर्थिक मामलों पर काम कर रही है।
- हमें विरासत में कमजोर अर्थव्यवस्था मिली है।
-कुछ तो मुश्किल का हल हुआ है और कुछ का हल निकलना बाकी है
-दुनिया को पता चल गया है कि भारत का वक्त आ गया है।
-आर्थिक विकास में राज्य बराबर के हिस्सेदार
-दुनिया में मंदी का माहौल है: जेटली
-वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में बजट पेश किया
-केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने वर्ष 2015-16 के बजट प्रस्तावों को मंजूरी दी।
-संसद भवन पहुंचे वित्त मंत्री अरुण जेटली , कैबिनेट की बैठक में होंगे शामिल ।
- अरुण जेटली राष्‍ट्रपति भवन पहुंचे, बजट पर प्रणब मुखर्जी से चर्चा करेंगे।
- वित्‍त मंत्री अरुण जेटली आज सुबह करीब नौ बजे वित्‍त मंत्रालय पहुंचे।
http://garbhavastha.blogspot.in/

Easy Pregnancy care

गर्भावस्था की आसान देखभाल
 गर्भावस्था
गर्भावस्था
1. गर्भावस्था में हलका-फुलका भोजन खाने से बच्चा तंदुरुस्त होता है।
होने वाली शांतिप्रिय संतान के लिए गर्भवती स्त्री का वातावरण शांतिप्रिय होना चाहिए।

2.  माता-पिता का रंग काला है तो गर्भावस्था के पांचवें माह से नारी को दो नारंगी नित्य सेवन करना चाहिए। इससे बच्चा गोरा होगा।
3. पेट में पानी हो तो दो गोले नारियल का पानी नित्य सेवन करें।
4. गर्भवती महिलाओं को विशेषकर अंगूर सेवन ज्यादा करना चाहिए।
5. दही में बेसन मिलाकर उबटन की तरह मलें, शरीर की बदबू रफूचक्कर हो जाएगी।
6.सांस फूलने पर दही की कढ़ी में देसी घी डालकर कुछ दिन खाएं।

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Thursday, 26 February 2015

Avoid some herbal during pregnancy

भ्रूण का विकास
भ्रूण का विकास
गर्भावस्था के दौरान लौंग, दारुहल्दी, जैस्मीन हो सकता है हानिकारक

गर्भावस्था के दौरान किसी बीमारी का उपचार करवाके समय जरा ध्यान रखें, क्योंकि कई बार कुछ दवाएं या जड़ी-बूटियां फायदे के बजाए नुकसान पहुंचा सकती हैं। जब आप गर्भवती हैं तो दवाओं का उपयोग करते समय आपको जरा अतिरिक्त सावधानी बरतें एवं साथ ही आप गर्भावस्था को सुरक्षित और स्वस्थ बनाये रखने के लिए अन्य  तरीकों को अपनाएं। गर्भावस्था के दौरान कई जड़ी-बूटियां गर्भपात, अपरिपक्व जन्म या भ्रूण के चोट लगने, अग्रणी संकुचन आदि का कारण हो सकती हैं। इसके साथ ही उच्च रक्तचाप और जन्म दोष भी पैदा हो सकता है।
गर्भावस्थाफ के दौरान हर्ब के नुकसान
गर्भावस्था के दौरान कई हर्बल उपचार, हर्बल सप्लीमेंट, हर्बल दवाओं या औषधीय जड़ी-बूटियों आदि का सेवन गर्भवती महिला और गर्भस्थ् शिशु दोनों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। ये दवाइयां फार्मेसियों में पाउडर, हर्बल सुई, कैप्सूल या गोलियों के रूप में उपलब्ध होती हैं। गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान खासतौर पर इनसे दूर रहना चाहिए।  सबसे जरूरी बात है कि गर्भावस्था या प्रसव के दौरान किसी भी प्रकार के हर्बल उपचार को करवाने से पहले अपने डॉक्टकर से सलाह जरूर लें।
गर्भावस्था के दौरान इन हर्बल को लेने से बचें
  गर्भावस्था में संतुलित भोजन
गर्भावस्था में संतुलित भोजन
  • मुसब्बर वेरा : ये गर्भपात और जन्म दोष का कारण बन सकता है। दीर्घकालिक जटिलताओं के अलावा पोटेशियम की कमी, हृदय की समस्याओं और मांसपेशियों में कमजोरी को भी बढ़ाता हैं।
  • लौंग : दिल की बीमारियों की जटिलताओं और रक्त के थक्के जमने का कारण हो सकता है।
  • जैस्मीन : गर्भपात या समय से पहले प्रसव का कारण हो सकता है।
  • दाल चीनी : दिल की बीमारियों को जन्म दे सकती है।
  • सौंफ : त्वचा में जलन पैदा कर सकता है।
  • लहसुन : गर्भाशय संकुचन और गर्भपात की जटिलताओं को जन्म दे सकती है।
  • लेडी मेंटल : इसकी ज्यानदा खुराक लेने से दिल की बीमारियां के होने का खतरा बढ़ सकता है।
  • हिरन का सींग : ये ऐंठन और मतली जैसी का कारण हो सकती है।
  • दारुहल्दी : निम्न रक्त चाप और भ्रूण संकट का कारण बन सकता है।
  • आर्बर : उल्टी, दौरे, दस्त, अस्थमा और गर्भपात जैसे जटिलताओं के कारण हो सकता है।
  • कड़वे ऑरेंज : स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
  • बेथ जड़ : इससे पेट की समस्यान हो सकती है, और यह गर्भपात या समय से पहले प्रसव का कारण हो सकता है।
  • एक प्रकार का पुदीना या मेंथा : जड़ी-बूटी दिल और गुर्दे को प्रभावित हो सकती है। यह खून की उल्टी, रक्तचाप और रक्त के थक्के जैसे विकारों को जन्म दे सकता है।
  • अजवायन की पत्ती : गर्भाशय उत्तेजना पैदा करने के लिए, गर्भपात के लिए अग्रणी हो सकता है। 
गर्भावस्था की योजना }o{ मनचाही संतान }o{ भ्रूण का विकास }o{ गर्भावस्था के लक्षण }o{ गर्भधारण के बाद सावधानियां }o{ गर्भावस्था में कामवासना }o{ गर्भावस्था के दौरान होने वाले अन्य बदलाव }o{ गर्भावस्था में स्त्री का वजन }o{ गर्भावस्था की प्रारिम्भक समस्या }o{ गर्भावस्था की तकलीफें और समाधान }o{ कुछ महत्वपूर्ण जांचे }o{ गर्भावस्था में भोजन }o{ गर्भावस्था में संतुलित भोजन }o{ गर्भावस्था में व्यायाम }o{ बच्चे का बढ़ना }o{ गर्भावस्था के अन्तिम भाग की समस्याएं }o{ प्रसव के लिए स्त्री को प्रेरित करना }o{ प्रसव प्रक्रिया में सावधानियां }o{ अचानक प्रसव होने की दशा में क्या करें }o{ समय से पहले बच्चे का जन्म }o{ प्रसव }o{ जन्म }o{ नवजात शिशु }o{ प्रसव के बाद स्त्रियों के शरीर में हमेशा के लिए बदलाव }o{ बच्चे के जन्म के बाद स्त्री के शरीर की समस्याएं }o{ स्त्रियों के शारीरिक अंगों की मालिश }o{ प्रसव के बाद व्यायाम }o{ नवजात शिशु का भोजन }o{ स्तनपान }o{ बच्चे को बोतल से दूध पिलाना }o{ शिशु के जीवन की क्रियाएं }o{ स्त्री और पुरुषों के लिए गर्भ से संबंधित औषधि }o{ परिवार नियोजन