Monday, 2 March 2015

8 main benefits of exercise in pregnancy

गर्भावस्था में व्यांयाम के 8 मुख्यो लाभ
गर्भावस्थाह के दिनों में शरीर में कई बदलाव होते हैं। लेकिन अगर आप लगातार व्यापयाम करती हैं तो इन प्रभावों को कम किया जा सकता है। गर्भावस्थार के लिए विशेष व्यायाम होते हैं जो आपको हमेशा फिट और हेल्दी  रखते हैं। इन एक्सिरसाइज के निम्न्लिखित लाभ होते हैं:
1. थकान से मुक्ति: गर्भावस्था  के दिनों में थकान काफी ज्याहदा रहती है। शुरूआत के तीन महीने बहुत ज्याादा थकान महसूस होती है। ऐसे में अगर आप नियमित रूप से डॉक्टभरी सलाह को मानकर एक्सतरसाइज करें, तो आपको काफी लाभ होगा। वॉक करने से भी आपको इस दौरान काफी लाभ मिलेगा।
2. गर्भावस्थात के दौरान अच्छी  नींद दिलाएं: गर्भावस्था  के दौरान व्यामयाम करने से गर्भवती स्त्री  को नींद अच्छीह आती है। नींद का न आना और उनींदे रहने की समस्यां दूर हो जाएगी। अच्छीस नींद से आने शरीर की आकी समस्याकएं भी दूर हो जाती हैं। गर्भावस्था  में व्या याम के 8 मुख्या लाभ
3. कब्जम दूर भगाएं: गर्भावस्थार के दौरान कई महिलाओं को कब्जइ की समस्याै हो जाती है। इसके लिए जरूरी है कि आप हर दिन 30 मिनट वॉक करें। वॉक करने से पाचन क्रिया में इज़ाफा होता है और कब्ज् की समस्या  से राहत मिलती है। गर्भवती महिलाओं के लिये सांस से सम्बंधित 4 व्यायाम
4. प्रेग्नेंससी बैक एक्स रसाइज करें: गर्भवती महिलाओं को अक्स र पीठ और कमर में दर्द की शिकायत रहती है। इसके लिए जरूरी होता है कि वो बैक एक्सीरसाइज करें। ऐसी एक्सEरसाइज को डॉक्टलर की सलाह के आधार पर ही करना चाहिए। आप चाहें तो शॉर्ट वॉक भी कर सकती हैं।
5. चिंता न करें, हमेशा खुश रहें: गर्भावस्थार के दौरान आप किसी भी प्रकार की चिंता न करें, खुश रहने की कोशिश करेें। लेकिन ऐसा कई बार नहीं हो पाता है इसलिए एक्स रसाइज करना जरूरी होता है। एक्स रसाइज करने से ब्रेन से एंडोमॉर्फिन नामक हारमोन निकलता है जो आपका मूड स्वींग होने से बचाता है, आपकी चिंता और तनाव को दूर करने में मदद करता है।
6. हेल्दीज बच्चाज: व्या याम करने से आपके शरीर में रक्तह का संचार अच्छा, होता है, ताजी हवा आपके फेफड़ों तक पहुंचती है, इससे आपके शरीर को और होने वाले बच्चेस को काफी लाभ होता है।  शिशु को मालिश की कोई जरुरत नहीं, बोलते हैं डॉक्ट्र्स
7. डायबटीज से बचाव: गर्भावस्थाक के दौरान कई बार डायबटीज हो जाती है, एक्स,रसाइज से इस पर काबू पाया जा सकता है। गर्भावस्थाे के दौरान होने वाली डायबटीज घातक नहीं होती है, लेकिन इसके होने से सर्जरी होने में समस्याप आ सकती है, इस डायबटीज को गेस्से शनल डायबटीज कहा जाता है।
8. प्रसव असहनीय नहीं होता: व्यायाम करने से शरीर फिट रहता है और प्रसव के दौरान भी कम समस्याय होती है। अगर आप नियमित एक्सकरसाइज करती रहें तो कम प्रसव पीड़ा होती है। इस तरह एक्स रसाइज आपको गर्भावस्था के दौरान भी फिट रखती है।
गर्भावस्था की योजना }o{ मनचाही संतान }o{ भ्रूण का विकास }o{ गर्भावस्था के लक्षण }o{ गर्भधारण के बाद सावधानियां }o{ गर्भावस्था में कामवासना }o{ गर्भावस्था के दौरान होने वाले अन्य बदलाव }o{ गर्भावस्था में स्त्री का वजन }o{ गर्भावस्था की प्रारिम्भक समस्या }o{ गर्भावस्था की तकलीफें और समाधान }o{ कुछ महत्वपूर्ण जांचे }o{ गर्भावस्था में भोजन }o{ गर्भावस्था में संतुलित भोजन }o{ गर्भावस्था में व्यायाम }o{ बच्चे का बढ़ना }o{ गर्भावस्था के अन्तिम भाग की समस्याएं }o{ प्रसव के लिए स्त्री को प्रेरित करना }o{ प्रसव प्रक्रिया में सावधानियां }o{ अचानक प्रसव होने की दशा में क्या करें }o{ समय से पहले बच्चे का जन्म }o{ प्रसव }o{ जन्म }o{ नवजात शिशु }o{ प्रसव के बाद स्त्रियों के शरीर में हमेशा के लिए बदलाव }o{ बच्चे के जन्म के बाद स्त्री के शरीर की समस्याएं }o{ स्त्रियों के शारीरिक अंगों की मालिश }o{ प्रसव के बाद व्यायाम }o{ नवजात शिशु का भोजन }o{ स्तनपान }o{ बच्चे को बोतल से दूध पिलाना }o{ शिशु के जीवन की क्रियाएं }o{ स्त्री और पुरुषों के लिए गर्भ से संबंधित औषधि }o{ परिवार नियोजन

No comments:

Post a Comment