Friday, 13 March 2015

बर्थ कंट्रोल से संबन्धित 6 सामान्य गलतियां



परिवार नियोजन में बर्थ कंट्रोल अर्थाता प्रेग्नेंट ना होने का बहुत महत्व है। बहुत से कपल्स गर्भनिरोधक इस्तेमाल करने के बाद भी अनियोजित प्रेग्नेंसी से परेशान रहते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप पूरी तरह गर्भनिरोधक के भरोसे न रहें। पति पत्नी बर्थ कंट्रोल में कई सामान्य गलतियां करते हैं। आपको जाना चाहिए कि कौनसा बर्थ कंट्रोल का तरीका कितना कारगर है। हम आपको यहां कुछ बर्थ कंट्रोल से संबन्धित गलतियाँ बता रहे हैं
http://jkhealthworld.com/hindi/%E0%A4%97%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B5%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BEइलाज रिफ़ंपिन एक एंटीबायोटिक है जो कि गर्भनिरोधक गोलियों के हार्मोनल गर्भनिरोध (गर्भ निरोध प्रभाव), पैच और वर्जिनल रिंग को कमजोर कर सकती है। इस बारे में डॉक्टर से सलाह लें कि कौनसा उपाय आपके लिए सही है। यीस्ट इन्फ़ैकशन या एचआईवी की दवाइयाँ यदि चल रही हैं तो भी गर्भनिरोधक का प्रभाव कम हो जाता है।
गलत लुब्रीकेंट तेल या वेसिलीन के इस्तेमाल से लेटेक्स कोंडोम्स कमजोर हो जाते हैं इस गलती का शिकार बहुत से पति पत्नी होते हैं। सिलिकॉन वाले लुब्रीकेंट का इस्तेमाल करें जो कि दवाइयों की दुकानों और सुपर मार्केट्स में आसानी से उपलब्ध हैं। एक अच्छा अध्ययन और खोज इसमें आपकी मदद कर सकती है।
समय से गोली नहीं लेना यह गलती होती है जब आपको पता नहीं होता कि गोली कब और कैसे लेनी है। सच्चाई यह है कि पूरे पैक में से यदि आपने एक या दो गोली नहीं ली तो भी यह असरकारक नहीं होती हैं, इस बारे में आप डॉक्टर से भी सलाह ले सकती हैं। ये हार्मोन टेबलेट्स हैं जिन्हें रोजाना एक ही समय पर लिया जाना चाहिए।
आसान उपाय पर ज्यादा ज़ोर देना आपको इसके बजाय सभी तरीकों पर विचार करना चाहिए। कई बार ऐसा भी होता है कि आपको पता ही नहीं होता कि आपने गोली कब ली थी। बर्थ कंट्रोल इंजेक्शन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा रिंगस, स्पंज, पैच, डाइअफ्रैम और भी कई चीजें हैं जिनका इस्तेमाल किया जा सकता है।
स्तनपान से संबंधिक गलत धारणा बहुत से पति पत्नी को बच्चे के स्तनपान के दिनों में दूसरी प्रेग्नेंसी का सामना करना पड़ता है। यह आशा ना करें कि स्तनपान के दिनों में आप इससे पूरी तरह सुरक्षित हैं। पहली प्रेग्नेंसी के बाद आप दूसरी बार कब गर्भवती हो जाएंगी और आपको पता भी नहीं चलेगा, इसलिए सावधानी रखें।
सुरक्षित दिन निःसन्देह सेफ डेज सबसे सुरक्षित तरीका है, लेकिन पूरी तरह नहीं। यह तभी कारगर है जब आप सही तकनीक इस्तेमाल करें। ऐसा भी हो सकता है कि ओव्यूलेशन उस दिन नहीं हो जब आप सोचती हैं, यह खास तौर पर उनके साथ होता है जिनमें ओव्यूलेशन की समस्या रहती है।

No comments:

Post a Comment